लखनऊ के रहमानखेड़ा में बाघ की दस्तक : वन विभाग सतर्क – ड्रोन और ट्रैपिंग से निगरानी जारी
लखनऊ के रहमानखेड़ा में बाघ की दस्तक :
वन विभाग सतर्क – ड्रोन और ट्रैपिंग से निगरानी जारी
लखनऊ : अवध वन प्रभाग के लखनऊ रेंज अंतर्गत रहमानखेड़ा इलाके में हिंसक वन्य जीव बाघ की उपस्थिति की पुष्टि ने ग्रामीणों में भय का माहौल पैदा कर दिया है। वन विभाग ने इसे गंभीरता से लेते हुए व्यापक स्तर पर सुरक्षा और निगरानी अभियान शुरू कर दिया है।
वन विभाग के उप प्रभागीय वनाधिकारी, लखनऊ के निर्देशन में तीन टीमें लगातार दिन-रात संभावित स्थानों पर गश्त कर रही हैं। ग्राम सभा गुरूदीनखेड़ा और करझन क्षेत्र के नहर पटरी और सरसों के खेतों में बाघ की गतिविधि की सूचना पर वन विभाग की टीम और डब्ल्यूटीआई (वाइल्डलाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया) के विशेषज्ञ मौके पर पहुंचे।
वन विभाग ने थर्मल ड्रोन कैमरे की मदद से पगमार्क का गहन परीक्षण किया, जिसमें बाघ जैसे वन्य जीव की मौजूदगी की पुष्टि हुई। गुरूदीनखेड़ा, करझन और गोहरामऊ में पगमार्क की समानता से यह तय हो गया है कि बाघ रहमानखेड़ा क्षेत्र में सक्रिय है।
वन विभाग ने इलाके में 12 कैमरा ट्रैप और 2 ट्रैपिंग केज लगाए हैं। इसके अलावा, थर्मल ड्रोन कैमरे से इलाके की सतत निगरानी की जा रही है। डीएफओ लखनऊ, श्री सितांशु पांडे, उच्चाधिकारियों के संपर्क में हैं और प्रतिदिन स्थिति की जानकारी दे रहे हैं।
ग्राम गुरूदीनखेड़ा, करझन, और गोहरामऊ के ग्रामीणों को जागरूक और सचेत किया गया है। वन विभाग की टीम ने लोगों को सुरक्षा उपायों की जानकारी दी है, जिसमें बच्चों और मवेशियों को बाहर न छोड़ने, रात में सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत वन विभाग को देने की सलाह दी गई है।
वन विभाग की टीमें बाघ को सुरक्षित रेस्क्यू करने की दिशा में कार्यरत हैं। उच्च स्तर के अधिकारियों की ड्यूटी प्रभावित क्षेत्रों में लगाई गई है। विभाग का मुख्य लक्ष्य बाघ और इंसान के बीच किसी भी संभावित संघर्ष को टालना है।
गांवों में बाघ की मौजूदगी को लेकर दहशत है। ग्रामीणों ने वन विभाग से जल्द से जल्द बाघ को रेस्क्यू करने की मांग की है। वन विभाग ने निवासियों से अपील की है कि वे धैर्य बनाए रखें और विभाग के साथ सहयोग करें।