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हेलमेट के बिना दो पहिया चालक को पेट्रोल नहीं दिया जाएगा – जिलाधिकारी, सूर्यपाल गंगवार

हेलमेट के बिना दो पहिया चालक को पेट्रोल नहीं दिया जाएगा – जिलाधिकारी, सूर्यपाल गंगवार

लखनऊ : अब दोपहिया वाहन चालकों को पेट्रोल भरवाने के लिए हेलमेट पहनना अनिवार्य होगा। जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने आदेश जारी करते हुए सभी पेट्रोल पंपों को यह निर्देश दिया है कि हेलमेट के बिना किसी भी चालक को पेट्रोल नहीं दिया जाएगा। यह कदम सड़क सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है, और इसके पालन की निगरानी जिला पूर्ति अधिकारी करेंगे।
यह नीति विशेष रूप से तब लागू की गई है जब सड़क पर हेलमेट के बिना चलने वालों के हादसों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में परिवहन विभाग के अधिकारियों के साथ इस पर गहरी चर्चा की गई थी। बैठक के बाद डीएम ने आदेश जारी किया है कि पेट्रोल पंप संचालक यदि बिना हेलमेट के पेट्रोल देने की कोशिश करने वाले चालकों से सामना करते हैं तो उन्हें पुलिस से शिकायत करनी होगी।
जिलाधिकारी के अनुसार, यह कदम दुर्घटनाओं में कमी लाने और जीवन रक्षा में सहायक साबित होगा। बिना हेलमेट के दोपहिया वाहन चालक अक्सर गंभीर हादसों का शिकार होते हैं, और इस कदम से उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी। अब अगर चालक पेट्रोल भरवाने के लिए पंप पर पहुंचते हैं और हेलमेट नहीं पहने होते, तो उन्हें वापस भेज दिया जाएगा। यह नियम सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता देने के लिए लागू किया गया है, और साथ ही हेलमेट पहनने के महत्व को भी बढ़ावा देगा।
उत्तर प्रदेश में जनवरी 2024 से सितंबर तक सड़क हादसों के आंकड़े चिंताजनक हैं। इस अवधि में कुल 32,873 सड़क हादसे दर्ज किए गए, जो पिछले वर्ष 2023 के 32,684 हादसों से थोड़ा अधिक है। हालांकि, एक सकारात्मक पहलू यह है कि हादसों में जान गंवाने वालों की संख्या में कमी आई है। पिछले साल जहां 17,403 लोगों की जान गई थी, इस साल यह संख्या घटकर 17,162 हो गई है।
प्रदेश के विभिन्न जिलों में सड़क हादसों की स्थिति में भी बदलाव देखा गया है। वाराणसी, बरेली, गोरखपुर, अलीगढ़ और कुशीनगर जैसे जिलों में दुर्घटनाओं की संख्या में कमी आई है। दूसरी ओर, अमेठी, गोंडा, उन्नाव, बाराबंकी, सुल्तानपुर और श्रावस्ती जैसे जिलों में हादसों की संख्या में वृद्धि देखी गई है।
यह आंकड़े इस ओर इशारा करते हैं कि सड़क सुरक्षा को लेकर अधिक सतर्कता और जागरूकता की आवश्यकता है, ताकि हादसों की संख्या को और अधिक कम किया जा सके और लोगों की जान बचाई जा सके।

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