कुशीनगर: मंदिर में पुजारी की निर्ममता से हत्या, मंदिर से 100 मीटर दूर मिला शव, ग्रामीणों का आरोप पुलिस ने जांच के बिना सबूत मिटाए।

कुशीनगर: मंदिर में पुजारी की निर्ममता से हत्या, मंदिर से 100 मीटर दूर मिला शव, ग्रामीणों का आरोप पुलिस ने जांच के बिना सबूत मिटाए।
कुशीनगर में पुजारी की धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी गई। पुजारी का शव मंदिर से 100 मीटर दूर मिला। सुबह 4 बजे पुलिस ने गश्त के दौरान सड़क पर पड़े पुजारी को देखा। उन्हें तुरंत अस्पताल लेकर गए जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पुजारी के शव को पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।
निशंह हत्या कि घटना कुशीनगर जिले के अमवाखास थाना क्षेत्र के बरवापट्टी का है। गांव के शिव मंदिर में फलहारी बाबा 30 साल से पूजा-पाठ करते थे और यहीं पर रहते थे। सुबह गांव के लोग पूजा करने पहुंचे तो मंदिर में पुलिस तैनात थी। सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण जुट गए। पुलिस ने बाबा के शव को हटा दिया। आसपास बिखरे खून के धब्बों को बिना जांच-पड़ताल के ही पानी से धुल दिया। इससे ग्रामीण आक्रोशित हो गए।
पुलिस के विरोध में प्रदर्शन करने लगे। गांव के लोगों का आरोप है कि हम लोगों को बिना सूचना दिए ही पुलिस शव को ले गई। इससे लग रहा है कि पुलिस मामले को दबाने में जुट गई है। घटना स्थल पर पहुंचे कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने पुलिस को चेतावनी दी कि अगर मामले में जल्द और निष्पक्ष जांच नहीं हुई तो आंदोलन करेंगे। गांव में बडी संख्या में पलिस फोर्स तैनात है।
कुशीनगर। जिले के बरवापट्टी थाना क्षेत्र में मंदिर आवास के भीतर सो रहे 70 वर्षीय साधु फलहारी बाबा की निर्ममता से हत्या का मामला सामने आया है। यह घटना थाने से महज एक किलोमीटर दूर स्थित अमवा खास के कपरधिका गाँव में घटी, जो बिहार सीमा से 100 मीटर की दूरी पर है। हत्या के बाद पुलिस की कार्यवाही पर सवाल उठ रहे हैं।
ग्रामीणों का आरोप ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस ने हत्या की जानकारी दिए बिना शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने आसपास बिखरे खून के धब्बों को बिना जांच के ही पानी से धो दिया, जिससे पुलिस की मंशा पर सवाल खड़े हो रहे हैं। स्थानीय लोगों ने मंदिर परिसर में विरोध प्रदर्शन करते हुए पुलिस की कार्यप्रणाली की निंदा की। रविवार रात को फलहारी बाबा की धारदार हथियार से अज्ञात हमलावरों ने हत्या कर दी। सुबह पूजा करने आए ग्रामीणों ने मंदिर परिसर में पुलिस को देखा। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें मौके से खदेड़ दिया और बिना पंचनामा शव को वहां से हटा दिया।
वहीं मौके पर पहुंचे पूर्व विधायक और कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़े करते हुए कहा, “बिना पंचनामा शव को हटाने और खून के धब्बे धोने की क्या आवश्यकता थी? क्या पुलिस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है?” उन्होंने चेतावनी दी कि यदि दोषियों पर जल्द कार्यवाही नहीं हुई तो ग्रामीणों के साथ आंदोलन होगा।
उक्त सम्बन्ध एसपी संतोष कुमार मिश्रा ने बताया कि पुलिस गश्त के दौरान देखी सड़क पर एक घायल व्यक्ति पड़े जिनको सीएसी ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने मृत्यु घोषित कर दिया। पुलिस मुकदमा दर्ज कर हर पहलू की जांच कर रही है कई टीमें लगाई गई हैं जल्द ही खुलासा किया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। शांति व्यवस्था हेतु कई थानों की पुलिस टीम मौके पर मौजूद है।